पढ़िए, द न्यूयॉर्क टाइम्स की इस हफ्ते की चुनिंदा स्टोरीज सिर्फ एक क्लिक पर (br) https://ift.tt/2XvNRHn
फेसबुक और टि्वटर ने गलत जानकारी देने और हिंसा भड़काने वाले पोस्ट हटानी शुरू की तो अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लाखों समर्थक मुफ्त ऐप सोशल नेटवर्क पार्लर पर चले गए। लेकिन अमेजन, एपल और गूगल ने एप के खिलाफ कड़े रुख के बाद अब पार्लर को किस तरह के खतरे का सामना करना पड़ा रहा है? अब दूसरे एप अपने कंटेंट को लेकर क्या कदम उठाएंगे? पढ़ें इस लेख में...
भारतीय मूल के रिसर्चर नरिंदर सिंह कपानी को नोबेल पुरस्कार देने का दावा उनकी मृत्यु के बाद एक बार फिर सामने आया है। डॉ. कपानी, हॉपकिंस और एक अन्य शोधकर्ता के रिसर्च पेपर के आधार पर फाइबर ऑप्टिक्स का जन्म हुआ है। क्या है डॉ. कपानी की पूरी कहानी और कैसे की उन्होंने यह असाधारण खोज? पढ़ें इस लेख में...
अमेरिका में इस बार डेमोक्रेटिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को माफ करने के मूड में नहीं हैं। पार्टी के कई सदस्य कानून तोड़ने के लिए ट्रम्प, उनके परिवार और सहयोगियों की जवाबदेही तय करना चाहते हैं। बाइडेन पर इसको लेकर किस तरह का दबाव है? डेमोक्रेटिक ट्रम्प के खिलाफ क्या कार्रवाई चाहते हैं? पढ़ें इस लेख में...
ब्रिटिश सरकार ने कोरोनावायरस से गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज में गठिया की दो दवाइयों का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। इंपीरियल कॉलेज, लंदन के फिजिशियन डॉ. एंथोनी गॉर्डन का क्या कहना है इस बारे में? पढ़ें इस लेख में.....
- गठिया की 2 दवाईयों से कोरोना में फायदा/ 800 मरीजों पर किए गए ट्रायल में मृत्यु दर में भारी गिरावट आई
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